Wednesday, October 17, 2018

    लोग कहते हैं,नफ़रत ख़राब चीज़ है......

तो मोहब्बत ने कौनसा झूला झुलाया है मुझे....

 

               ~अखिलेश कुमार

 मंजिलों से गुमराह भी कर देते है लोग,
हर किसी से रास्ते पूछना भी ठीक नहीं !

 

            ~अखिलेश कुमार  

इतना आसान नहीं है जीवन का हर किरदार निभा पाना,

इंसान को बिखरना पड़ता है रिश्तों को समेटने के लिए...

 

                         ~अखिलेश कुमार   

      झुठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते हैं,
तरक्की के बाज़ की उडान में कभी आवाज़ नहीं होती.....

 

                       ~अखिलेश कुमार

    उम्र भर सूखे पत्तों की तरह बिखरे थे हम...

मुद्दतों बाद किसी ने समेटा भी तो जलाने के लिये....


                     ~अखिलेश कुमार

उदास ज़िन्दगी, उदास वक्त, उदास मौसम..!!

न जाने कितनी चीज़ों पे इल्ज़ाम लग जाता है

                एक तेरे बात न करने से..

                    ~अखिलेश्‍ा कुमार

   

मन्नते और मिन्नते कुछ भी काम नहीं आता..

चले ही जाते हैं वो जिन्हें ....जाना होता है...!!"

 

                    ~अखिलेश कुमार


    आहिस्ता से दी  दस्तक इश्क ने ज़िन्दगी में,

मैं जीने में इतना मशगूल था जो कुछ सुना ही नहीं।


                  ~अखिलेश कुमार

जिन आँखों में दीप जले थे उन आँखों में पानी है ....

एक लम्हे के ख्वाब की कीमत सारी उम्र चुकानी है ...

                                   

                     ~ अखिलेश कुमार